जीवन मिटाना है दीवानापन
कोई प्यार जीवन से प्यारा नहीं
सारे जहां की अमानत है ये
ये जीवन तुम्हारा तुम्हारा नहीं
जीने के लाखों सहारे यहाँ
बस एक ही तो सहारा नहीं, सहारा नहीं
अगर कोई दुनिया से रूठे तो क्या
कोई फूल खिलते ही टूटे तो क्या
सितारे हज़ारों हैं आकाश पर
बस एक ही तो सितारा नहीं, सितारा नहीं
किसी के इरादों के खातिर जियो
किसी की मुरादों के खातिर जियो
है यादों में जीना भी तो ज़िंदगी
जीना तुम्हे क्यो गवारा नहीं, गवारा नहीं
कैसी उदासी ये कैसा है सोग़
जीवन में आते है जाते है लोग
नया कोई साथी खड़ा राहों मे
उसे प्यार से क्यो पुकारा नहीं, पुकारा नहीं