श्री: चन्दा से होगा वो प्यारा,
फूलों से होगा वो न्यारा
ल: नाचेगा आँगन में छम-छम
नन्हा-सा मुन्ना हमारा
[दोनों]
( ल+: चन्दा से होगा वो प्यारा,
फूलों से होगा वो न्यारा
श्री: म्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म,
म्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म )
( श्री: नाचेगा आँगन में छम-छम,
नन्हा-सा मुन्ना हमारा
+ल: म्म-ह्म-ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म,
म्म-ह्म-ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म )
ल: आ-आऽऽ आ-आऽ आ-आऽ
श्री: आ-हाऽऽ आ-हाऽ आ-हाऽ
श्री: खिलती हो जैसे कली सी,
होगी ज़बाँ तोतली सी
ल: खिलती हो जैसे कली सी,
होगी ज़बाँ तोतली सी
[तुतलाते हुए i.e., lisping-ly:]
पापा, ओ मामा, ओ बबा,
पकलेंगे हम चाँद-ताला
[दोनों]
( ल+: चन्दा से होगा वो प्यारा,
फूलों से होगा वो न्यारा
श्री: म्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म,
म्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म )
( श्री: नाचेगा आँगन में छम-छम,
नन्हा-सा मुन्ना हमारा
+ल: म्म-ह्म-ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म,
म्म-ह्म-ह्म ह्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म )
श्री: ( अब तक छुपा है वो ऐसे,
सीपी में मोटी हो जैसे ) -2
ल: परियों कि नगरी से चलकर
आता ही होगा दुलारा
दोनों: चन्दा से होगा वो प्यारा,
फूलों से होगा वो न्यारा
नाचेगा आँगन में छम-छम,
नन्हा सा मुन्ना हमारा
म्म-ह्म ह्म ह्म-ह्म …