क्या ख़बर, क्या पता
क्या ख़ुशी है ग़म है क्या
ले के आँसू जो हँसी दे
ग़म के बदले जो ख़ुशी दे
राज़ ये जाना उसीने
ज़िंदगी क्या है ज़िंदगी
कल की बातें भूल जा
गुज़री रातें भूल जा
ख़्वाब जो सच हो सके ना
उनकी यादें भूल जा
जो न हारे बेबसीसे
ना करे शिकवा किसी से
राज़ ये जाना उसीने
ज़िंदगी क्या है ज़िंदगी