कभी पलकों पे आंसू हैं
कभी लब पे शिकायत है
मगर ऐ ज़िदगी फिर भी
मुझे तुझसे मोहब्बत है
जो आता है वो जाता है
ये दुनिया आनी जानी है
यहाँ हर शय मुसाफिर है
सफर में जिंदगानी है
उजालों की ज़रूरत है
अँधेरा मेरी किस्मत है
जरा ऐ ज़िन्दगी दम ले
तेरा दीदार तो कर लूँ
कभी देखा नहीं जिसको
उसे मैं प्यार तो कर लूँ
अभीसे छोड़ के मत जा
अभी तेरी ज़रुरत है
कोई अन्जान सा चेहरा
उभरता है फ़िज़ाओं में
ये किसकी आहटें जागी
मेरी खामोश राहों में
अभी ऐ मौत मत आना
मेरा विराना जन्नत है