हुस्न चला कुछ ऐसी चाल
दीवाने का पूछ ना हाल
प्यार की कसम कमाल हो गया
अजी दिल को अब तक है इन्कार
आँखें कर बैठी इकरार
प्यार की कसम कमाल हो गया
कभी पास आए, कभी दूर जाए
के हैं दिल चुराने की लाखों अदाये
नही तीर निकला अभी तक कमान से
कोई उनसे कह दे के दिल को बचाए
कहाँ तक रहोगे यह दामन बचाके
के मुश्किल है बचना निशाने पे आके
हमारा हैं क्या हम तो मिटके रहेंगे
जहाँ तुमने देखा ज़रा मुस्कुराके
यह दिन हैं तुम्हारे, जमाना तुम्हारा
निगाहें उधर हैं, इधर है इशारा
यह पैगाम देते हैं ज़ुल्फों के साये
चला आए जो है मोहब्बत का मारा