हौले-हौले रातों को, चुपके से आजा रे
निंदिया रे, निंदिया रे, अँखियों में समा जा रे
निंदिया रे
कहीं दूर सितारों पे, चँदा के इशारों पे,
पलने को तेरे जो परियों ने झुलाया रे..
निंदिया रे
जुगनू पंछी, प्यारे प्यारे, तेरे सपने बुने
नींद भरे इन आँखों से तेरी चुपके से कहते रहें
सो जा रे, सो जा रे, सपनों में खो जा रे
निंदिया रे