दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पहचाना है
नज़रें तो उठा के देख ज़रा
तेरे सामने यह दीवाना है
यह चाँद सितारें देख ना ले
मेरे प्यार के नाज़ुक बंधन को
आँखों में छुपाकर रख लूँगा
इस फूल से कोमल तनमन को
धीरे से कहो यह बात पिया
जग अपना नहीं बेगाना हैं
अरमान था तुझको देखूं मैं
सावन की नशीली रातों में
खो जाये पिया हम तुम दोनो
इन प्यार की मीठी बातों में
तू सामने है तो सब कुछ है
वर्ना तो यह चमन वीराना है
मैं प्यार की माला गुंधूंगी
आशाओं की कलियाँ चुन चुन के
रूठे ना कहीं मुझसे दुनिया
ये बात तुम्हारी सुन सुन के
अरमान भरे दिलवालों ने
दुनिया का कहा कब माना है