कुछ पाने की हो आस आस
कुछ अरमां हो जो ख़ास ख़ास
आशायें ...
हर कोशिश में हो बार बार
करे दरियाओं को आरपार
आशायें ...
तूफानों को चीर के, मंजिलों को छीन ले
आशायें खिलें दिल की, उम्मीदें हँसे दिल की
अब मुश्किल नहीं कुछ भी
उड़ जाये लेके ख़ुशी, अपने संग तुझको वहाँ
जन्नत से मुलाकात हो, पूरी हो तेरी हर दुआँ
आशायें खिलें दिल की ...
गुजरे ऐसी हर रात रात
हो ख्वाहिशों से बात बात
आशायें ...
लेकर सूरज से आग आग
गाये जा अपना राग राग
आशायें ...
कुछ ऐसा करके दिखा
खुद खुश हो जाये खुदा
आशायें खिलें दिल की ...