Title (Indic)भागे रे मन कहीं आगे रे मन WorkChameli Year2003 LanguageHindi LyricsHindiबहता है मन कहीं कहाँ जानती नहीं कोई रोक ले यहीं भागे रे मन कहीं आगे रे मन चला जाने किधर जानूँ ना चले ठंडी हवा संग मन भी गया ढूँढूं मैं कहाँ उसको बतलाये कोई मुझको की हाँ हाँ हाँ रे भागे रे मन कहीं आगे रे मन चला जाने किधर जानूँ ना हाय ऐसा समा फिर होगा कहाँ जी लूँ मैं इसे खुलके सावन में जरा खुलके अरे सुन सुन सुन भागे रे मन कहीं आगे रे मन चला जाने किधर जानूँ ना