कैसे बताये क्यों तुझको चाहे, यारा बता ना पाये
बातें दिलों की देखो जो बाकी आँखे तुझे समझाये
तू जाने ना ... तू जाने ना
तू जाने ना ... तू जाने ना
मिल के भी हम ना मिले, तुम से ना जाने क्यों
मीलों के हैं फ़ासले, तुम से ना जाने क्यों
अंजाने हैं सिलसिले, तुम से ना जाने क्यों
सपने हैं पलकों तले, तुम से ना जाने क्यों
निगाहों में देखो मेरी जो हर बस गया
वो हैं मिलता तुमसे हू-बहू
जाने तेरी आँखें थी, या बातें थी वजह
हुये तुम जो दिल की आरज़ू
तुम पास हो के भी, तुम आस हो के भी
एहसास हो के भी अपने नहीं
ऐसे हैं अपने गीले, तुम से ना जाने क्यों
मीलों की हैं फ़ासले, तुमसे हैं जाने क्यों
तू जाने ना ... तू जाने ना
तू जाने ना ... तू जाने ना
ख़यालों में लाखों बातें, यूँ तो कह गया
बोला कुछ ना तेरे सामने
हुये ना बेगाने भी तुम, होके और के
देखो तुम ना मेरे ही बने
अफ़सोस होता हैं, दिल भी यह रोता हैं
सपने संजोता हैं, पगला हुआ सोचे ये
हम थे मिले, तुम से ना जाने क्यों
मीलों की हैं फ़ासले, तुमसे हैं जाने क्यों
अंजाने हैं सिलसिले, तुम से ना जाने क्यों
सपने हैं पलकों तले, तुम से ना जाने क्यों