हलचल हुई, ज़रा शोर हुआ
दिल चोर हुआ, तेरी ओर हुआ
ऐसी चले जब हवा, इश्क़ हुआ ही हुआ
पलकों से होठों तक जो राह निकलती है
गुज़रे ना वहाँ से ये तेरी गलती है
रहते हैं अब हम वहाँ
इश्क़ हुआ ही हुआ
कदमों को संभाले नज़रोंका क्या करें
नज़रों को संभाले तो दिल का क्या करें
दिल को संभाले जुबां
इश्क़ हुआ ही हुआ